केंद्र ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से घोषित सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम दिवस पर (27 जून ) सभी आईटीआई, प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र और जन शिक्षण संस्थानों में इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) के एक्सटेंशन सेंटर खोलने की योजना तैयार की है।
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देशभर के आईटीआई, प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र और जन शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थी स्किल डिप्लोमा के साथ स्नातक डिग्री लेकर भी निकलेंगे।
दरअसल, केंद्र ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से घोषित सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम दिवस पर (27 जून ) सभी आईटीआई, प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र और जन शिक्षण संस्थानों में इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) के एक्सटेंशन सेंटर खोलने की योजना तैयार की है।
इसका मकसद, युवाओं को इन संस्थानों में रोजगार या अपना काम शुरू करने की ट्रेनिंग के साथ उच्च शिक्षा से जोड़ना है ताकि भविष्य में उन्हें बेहतर विकल्प मिल सकें। इसी के साथ इग्नू जुलाई सत्र से स्किल आधारित स्नातक और स्नातकोत्तर में दो नए प्रोग्राम शुरू कर रहा है। इसे बैचलर ऑफ आर्ट माइक्रो, स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज का नाम दिया है।
केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में स्कूली और उच्च शिक्षा की पढ़ाई के साथ-साथ कौशल विकास पर जोर दिया गया है। इसका मकसद छात्रों का ओवरऑल विकास करना है। इसी के तहत आईआईटी, प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र और जन शिक्षण संस्थानों में रोजगार या अपना कामधंधा शुरू करने वाले कौशल प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को उच्च शिक्षा से जोड़ा जा रहा है ताकि यदि कल वे नौकरी करना चाहते होंगे तो उन्हें डिग्री के लिए परेशान नहीं होना पड़े।
पढ़ाई, प्रशिक्षण संग प्लेसमेंट भी मिलेगा
इग्नू का स्कूल ऑफ वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग इस बीएवीएमएसएमई प्रोग्राम को शुरू कर रहा है। किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पासआउट छात्र दाखिला ले सकता है। कुल 120 क्रेडिट वाले इस तीन वर्षीय डिग्री प्रोग्राम को अधिकतम छह साल में पूरा किया जा सकेगा। प्रति वर्ष इस प्रोग्राम के लिए छात्र को 51 सौ रुपये सालाना फीस देनी होगी। प्रोग्राम का माध्यम इंग्लिश रहेगा। फिलहाल अभी यह स्नातक डिग्री ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग मोड (ओडीएल) से करवायी जाएगी, लेकिन एक साल बाद इसमें ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम से करने का विकल्प भी मिलेगा। इसमें इग्नू पाठ्यक्रम, कट्रेनिंग से लेकर प्लेसमेंट तक पूरी मदद करेगा। इसमें छात्र को मार्केट स्ट्डी, इनोवेशन, बिजनेस के तरीके, सोशल नेटवर्किंग आदि के बारे में भी बताया जाएगा।
युवाओं को रोजगार की तलाश
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लेबर फोर्स (500 मिलियन) वाला देश है। इनमें से करीब 300 मिलियन गरीबी रेखा से नीचे वाले हैं। वहीं, 18 से 30 आयु वर्ग में करीब 31 मिलियन युवाओं के पास रोजगार नहीं है। ऐसे युवाओं को कौशल विकास में अच्छा प्रशिक्षण से रोजगार और पढ़ाई से जोड़कर उनकी मदद की जा सकती है।
आईटीआई, प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र और जन शिक्षण संस्थानों में इग्नू के रिजनल सेंटर की तर्ज पर एक्सटेंशन सेंटर खुलेंगे। यहां पर स्किल आधारित विभिन्न कोर्स व डिप्लोमा की पढ़ाई करने वाले छात्रों को स्किल डिप्लोमा के साथ स्नातक डिग्री प्रोग्राम से जोड़ने पर काम होगा ताकि छात्र रोजगार के लिए इंडस्ट्री ट्रेनिंग लेने के बाद जब कैंपस से निकले तो उनके पास स्नातक डिग्री भी हो।
-प्रो. श्रीकांत महापात्र, प्रो वाइस चांसलर, इग्नू
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